प्रतिक्रिया प्रक्रिया (प्रतिक्रिया तंत्र):

बाहरी दुनिया की उत्तेजना से हमारी इंद्रियों को उत्तेजित करने से सहज उत्तेजना की भावना पैदा होती है। उस तंत्रिका उत्तेजना को संवेदी तंत्रिकाओं (अभिवाही तंत्रिकाओं) द्वारा मस्तिष्क की संवेदी कोशिकाओं तक ले जाया जाता है। इससे तंत्रिका कोशिकाओं में तनाव होता है जो मानसिक रूप से उनके आसपास होती हैं। और तुरंत वह तनाव एक अतिरिक्त बल तंत्रिका (अपवाही) की मदद से मांसपेशियों और ग्रंथियों में प्रवाहित होता है। परिणामस्वरूप ऊर्जा मांसपेशियों और ग्रंथियों को प्रेषित होती है और विभिन्न कार्य तुरंत किए जाते हैं।