विभिन्न इंद्रियों का संक्षिप्त विवरण:

आंखें (आंख) आंख की उत्तेजक प्रकाश इंद्रियों में आंख सबसे अच्छी और सबसे जरूरी इंद्रिय है। इसका कार्य कैमरा या पिक्चर मशीन की तरह होता है। कैमरे की तरह बाहरी छवि की छवि आंख के भीतर एक संवेदनशील स्क्रीन पर दिखाई देती है। आँख के अंदर मोतियों के विपरीत पदार्थ को अक्ष (रेटिना) कहा जाता है। अक्ष में बार सेल (रॉड) और कोन सेल (शंकु) कहा जाता है।
आँख के विभिन्न भाग : 1. अच्छा पोटल (कोर निया), 2. तरल पदार्थ क्षेत्र (जलीय हास्य), 3. कर्णिका (आइरिस), 4. नेत्रगोलक (पुतली), 5. अक्षमुकु (लेंस), 6. सिनिरी ज़ोन (सिलिअरी पेशी), 7. विट्रिच क्षेत्र 11 (विट्रियो क्षेत्र), 8. सफेद आवरण (सिलेक्टरेट कोट), 9. काला आवरण
(कोरॉइड), 10. अक्षिपत (रेटिना), 11. दृष्टि (ऑप्टिक नर्व), 12. पीला बिंदु (पीला स्थान), 13. अंध बिंदु (ब्लाइंड स्पॉट) की दो ग्रहण कोशिकाएँ होती हैं। जब बाहरी प्रकाश इस सेवन सेल में पड़ता है, तो एक प्रकार का विद्युत रासायनिक (इलेक्ट्रो केमिकल) परिवर्तन होता है और तुरंत उत्तेजना पैदा होती है। यह उत्तेजना संवेदी तंत्रिकाओं (अभिवाही) की सहायता से मस्तिष्क तक जाती है। मस्तिष्क पर्यावरण को समझने के लिए विद्युत रूप से शक्तिशाली या अतिरिक्त-अपवाही तंत्रिकाओं (अपवाही तंत्रिकाओं) को निर्देशित करता है और तुरंत हमारा पर्यावरण या उत्तेजना प्रतीत होता है।