पारिस्थितिकी तंत्र के लिए प्रजातियों की विविधता के महत्व को बताएं।

उत्तर: एक समुदाय में प्रजातियों की संख्या (यानी, प्रजातियों की विविधता) का पारिस्थितिकी तंत्र के कामकाज पर बहुत असर पड़ता है। प्रजातियों की समृद्धि विभिन्न तरीकों से एक पारिस्थितिकी तंत्र की भलाई में योगदान देती है जैसा कि नीचे बताया गया है-

(क) सामान्य तौर पर, अधिक प्रजातियों वाले समुदाय कम प्रजातियों वाले लोगों की तुलना में अधिक स्थिर होते हैं। प्रजातियों की समृद्धि एक जैविक समुदाय के लिए स्थिरता में योगदान देती है। प्रजातियों की विविधता में कमी पारिस्थितिक समुदायों की कभी-कभी गड़बड़ी (प्राकृतिक या मानव निर्मित) से उबरने की क्षमता को कम करती है, विदेशी प्रजातियों द्वारा आक्रमणों के प्रतिरोध को कम करती है और उत्पादकता को कम करती है [विविधता-स्थिरता परिकल्पना]।

(ख) प्रजातियों की विविधता में वृद्धि ने पारिस्थितिकी तंत्र की उच्च उत्पादकता में योगदान दिया। [टिलमैन (1982) ने उत्पादकता-स्थिरता परिकल्पना का प्रस्ताव दिया, जिसके अनुसार अधिक प्रजातियों वाले भूखंडों ने कुल बायोमास में कम साल-दर-साल भिन्नता दिखाई।

(ग) रिवेट पॉपर परिकल्पना (पॉल एर्लिच द्वारा प्रस्तावित) के अनुसार प्रजातियों की समृद्धि और पारिस्थितिकी तंत्र के कार्यकरण के बीच संबंध गैर-रेखीय है। कुछ प्रजातियों के नुकसान से कोई समस्या पैदा नहीं होगी लेकिन एक निश्चित बिंदु से परे नुकसान विनाशकारी प्रभाव पैदा करेगा।