गांँधी और कबीर
- गांँधी और कबीर की विचारधाराओं में कहांँ-कहांँ समानताएंँ हैं?
उत्तर:
- गांँधी के अनुसार एकमात्र परमात्मा कौन है?
उत्तर:
- कबीर और गांँधी के राम कौन है?
उत्तर:
4.’अन्न त्यागने से गोपाल नहीं मिल सकते, अध्यात्मिक सिद्धि नहीं हो सकती।’- यह किसका मत है?
उत्तर:
- गांँधी के धार्मिक मतों की समीक्षा कीजिए।
उत्तर:
- ‘सर्वग्राही प्रेम कबीर का बल था, यही गांँधी का बल है।’- कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर:
7.’अछूत अछूत नहीं है। उन्हें अछूत मानकर हम स्वयं अछूत बन रहे हैं।’- लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?
उत्तर:
- व्याख्या कीजिए-
(क)बुराई का नाश करने के लिए बुरे का शत्रु होना जरूरी नहीं है। बुरे का मित्र होकर भी बुराई का नाश किया जा सकता है।
उत्तर:
(ख)यदि कबीर अपनी ही कविता के समान, सीधी-सादी भाषा में उल्लिखित आदर्श है, तो गांँधी उसकी और भी सुबोध क्रियात्मक व्याख्या।
उत्तर:
(ग)’केवल आचरण का भेद है, तथ्य का नहीं।’
उत्तर:
- गांँधी जी कब हरिजन-यात्रा में निकले थे?
उत्तर-
- गांँधी की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
उत्तर: