Lesson: 4
वही मनुष्य है
1. सम्पूर्ण वाक्य में उत्तर लिखो:
(क) कवि ने मृत्यु से डरने को क्यों मना किया है?
उत्तर:
(ख) कवि ने किस तरह की मृत्यु का आह्वान करने को कहा है?
उत्तर:
(ग) कवि ने किस स्थिति में जीने-मरने को वृथा कहा है?
उत्तर:
(घ) पशु-पवृत्ति क्या है?
उत्तर:
(ङ) सरस्वती किसे बखानती है?
उत्तर:
(च) कवि के अनुसार मनुष्य कहलाने का हक किसको है?
उत्तर:
(छ) इसके हाथ विशाल है?
उत्तर:
(ज) गुप्त जी का जन्म कब और कहांँ हुआ था?
उत्तर:
(झ) कवि के मन में राष्ट्र-प्रेम की भावनाएंँ किससे अंकुरित हुई थी?
उत्तर:
2. सही विकल्प चुनें:
(क) असली मनुष्य होने का हकदार वह है जो-
उत्तर:
(ख) दधीचि ने देवताओं की रक्षा हेतु दान किया था-
उत्तर:
(ग) अपनी मृत्यु को निकट देखकर भी कर्ण ने दान स्वरूप दिया-
उत्तर:
(घ) गुप्ता जी द्वारा रचित महाकाव्य का नाम है-
उत्तर:
3. उत्तर लिखो:
(क) मैथिलीशरण गुप्तजी को राष्ट्रकवि क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
(ख) पीड़ित और उपेक्षित नारी के प्रति गुप्त जी का विचार कैसा था?
उत्तर:
(ग) गुरुजी के काव्य की विशेषताओं का उल्लेख करो।
उत्तर:
(घ) अपने लिए जीने का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
(ङ) प्रस्तुत कविता के अनुसार पशु और मनुष्य में क्या अंतर है?
उत्तर:
(च) समाज में कैसे व्यक्तियों का आदर होता है?
उत्तर:
4. 100 शब्दों के भीतर उत्तर लिखो:
(क) रंतिदेव, दधीचि, शिवि और कर्ण की दानवीरता का वर्णन करो।
उत्तर:
(ख)”जो दूसरों के लिए मरता है, वह अमर।” प्रस्तुत कविता के आधार पर स्पष्ट करो।
उत्तर:
5. सप्रसंग व्याख्या करो:-
(क) विचार लो कि…….. जिया न आपके लिए।
उत्तर:-
(ख) उसी उदार की कथा……. समस्त सृष्टि पूजती।
उत्तर: