एकता का लाभ
Chapter-6
1. पाठ के आधार पर उत्तर: दीजिए :
(क) कबूतर कहाँ उड़ रहे थे? वे कहाँ जा रहे थे ?
उत्तर: कबूतर आकाश में उड़ रहे थे। वे भोजन की शोज में जा रहे थे।
(ख) किसके मन में लोभ आया और क्यों ?
उत्तर: कबूतरों के राजा के अलावा बाकी कबूतरों के मन में लोभ आया क्योंकी वन में चावल के दाने बिखरे पड़े थे।
(ग) कबूतरों के राजा ने उनको क्या सलाह दी और क्यों ?
उत्तर: कबूतरों के राजा ने उनको नीचे न उतारने की सलाह दी क्योंकी कबूतरो के राजा को पता चल गया था कि वहा पर चावल के दाने किसी शिकारे ने जाल बिछाने के लिए रखा था।
(घ) सलाह न मानने पर कबूतरों पर क्या बीती ?
उत्तर: सलाह न मानने पर कबूतरें जाल में फस गयी थी।
(ड.) राजा ने सबकी जान बचाने के लिए क्या सलाह दी ?
उत्तर: राजा ने सबकी जान बचाने के लिए सभी कबूतरों को जाल सहित उड़ने के लिए सलाह दी।
(च) शिकारी हैरान क्यों हुआ?
उत्तर: जाल सहित कबूतरों को उड़ते हुए देखकर शिकारी हैरान हुआ।
2. सही कथन के सामने और गलत के सामने 🗙 निशान लगाओ :
(क) चावल के दाने जमीन पर पड़े देखकर कबूतर उड़ गये। ( )
उत्तरः
(ख) जाल में फँसे कबूतरों को राजा ने एक साथ उड़ने की सलाह दी। ( )
उत्तरः
(ग) कबूतरों ने राजा की सलाह नहीं मानी। ( )
उत्तरः
(घ) कबूतर जाल को आसमान में उड़ा ले गये । ( )
उत्तरः
3. इस पाठ का नामाकरण “एकता का लाभ” क्यों किया गया है ? यहाँ कैसी एकता है।
उत्तर: इस पाठ का नामकरण “एकता का लाभ” इसलिए किया गया है क्योंकी कबूतरों के राजा की सलाह मानकर कबूतरें एक साथ उड़ी और शिकारी के जाल में फंसकर भी एकता के बल से निकल गये। यहां सच्ची दोस्ती के प्यार की एकता है।