चुका पालक, अंग्रेजी नाम: मूत्राशय डॉक, वैज्ञानिक नाम: रुमेक्स वेसिकेरियस लिन।

प्रकृति: चुका सब्जियां या कटी हुई सब्जियां पालक की तरह दिखती हैं। इसका स्वाद खट्टा होता है क्योंकि कई लोग कहते हैं कि यह एक पत्तेदार सब्जी है। यह बारहमासी और हल्के हरे रंग का पौधा है। इसका तना रसदार होता है। यह असम के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है और इसकी खेती भी की जाती है।

गुण: यह हमारी भलाई को कई तरह से प्रभावित करता है जैसे अच्छी त्वचा, आंखों की रोशनी बढ़ाना, नसों को मजबूत रखना, रक्त कोशिकाओं में वृद्धि, हृदय रोग को रोकना, मांसपेशियों में आराम, कब्ज को खत्म करना, शरीर को मजबूत करना, हड्डियों को मजबूत करना आदि। रसीले वात रोग, कफ, पित्त आदि का नाश करते हैं। हमारे शरीर में। यह सूखी सब्जियां खाने से आसानी से पच जाता है। इस सब्जी को खाने से भूख बढ़ती है यानी यह अरुचि को दूर करती है। वायुजनित रोगों को दूर करता है। पित्ताशय की थैली के लिए चीनी के साथ चीनी मिलाना फायदेमंद होता है।

खाना पकाने की शैली: किसी भी मछली को खट्टे ओवन के साथ खाया जाता है। इसके अलावा कटे हुए साग का इस्तेमाल किसी भी महीने के अंजा में खट्टे के रूप में किया जाता है। अन् य सब्जियों के साथ अंजा मिलाकर खाना अच् छा होता है। छोटे आलू को भी अंजा के साथ खाया जा सकता है।