धनिया / मेमेधु अंग्रेजी नाम : धनिया वैज्ञानिक नाम : कोरियनड्रम सैटिवम

प्रकृति: धनिया एक सुगंधित सब्जी है। यह एक बारहमासी वनस्पति सिरिला सिरिली पौधा है। इसके पत्ते और बीज मसाले के रूप में उपयोग किए जाते हैं। सफेद फूल खिलते हैं। यह बीज से पैदा होता है।

गुण: धनिया के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं। यह मुंह का स्वाद बढ़ाता है, शरीर को ठंडा रखता है और पाचन को बढ़ाता है। किसी नमकीन वस्तु में धनिया पत्ती मिलाने से न केवल तृप्ति होती है बल्कि रुचि और भूख भी बढ़ती है। धनिया पत्ती का सेवन करें तो नींद बेहतर होती है। कच्चा धनिया पेट में मौजूद हवा को बाहर निकालता है, भूख बढ़ाता है। अर्श से खून निकलने पर धनिया पत्ती का रस पीने से काफी राहत मिलती है। कच्चे धनिये की पत्तियों को चबाकर उस पत्ते से अपने दांतों को ब्रश करने से मसूढ़ों से खून आने सहित विभिन्न बीमारियां खत्म हो जाती हैं और मसूढ़ों को मजबूती मिलती है। सूखा धनिया पाउडर अपच में फायदेमंद होता है। अगर आशी, पालतू जानवर, कब्ज, तिल्ली या पिलाई (बढ़ी हुई तिल्ली) की वृद्धि होती है तो धनिया खाना बेहतर होता है।

व्यंजन: कच्चे धनिया के पत्तों को अलग-अलग करी, दाल आदि में टिंक करने से गंध और स्वाद दोनों मिलता है, जिसका कोई नुकसान नहीं है। इसलिए मसालों के स्थान पर धनिया पत्ती का उपयोग किया जा सकता है। कच्चे धनिये की पत्तियों को खट्टे, लहसुन आदि के साथ मिलाकर खाना अच्छा होता है। और एक साथ चाटें और यह शरीर के लिए फायदेमंद भी है।