- प्रस्तुत कहानी को अपने ढगं से कक्षा में सुनाओ।
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दो।
(क) कुमार को धोबी के गधे पर इतना गुस्सा क्यों आया था?
उत्तर: कुम्हार को धोबी के गधे पर इतना गुस्सा इसलिए आया क्योंकि उसके द्वारा बनाए गए सभी बर्तनों को गधे ने कूद-कूद कर तोड़ दिया था।
(ख) कुम्हार धोबी को क्यों सबक सिखाना चाहता था?
उत्तर: टूटे बर्तनों की कीमत मिलने के बावजूद कुम्हार गुस्से में था। वह जानता था कि वह दुबारा मेहनत करके बर्तन बना लेगा, लेकिन सवाल यह था कि ग्राहकों को निर्धारित समय पर वह बर्तन कैसे दे पाएगा। इसी वजह से वह गधे द्वारा किए गए नुकसान के बदले धोबी को सबक सिखाना चाहता था। उसकी चिंता यह थी कि उसकी मेहनत और समय बर्बाद हो गया है।
(ग) दरबार में जाकर कुम्हार बादशाह अकबर से क्या बोला?
उत्तर: दरबार में जाकर कुम्हार ने बादशाह अकबर से कहा, “महाराज, शाम को ही मेरे एक मित्र ईरान से आए हैं। उन्होंने मुझे बताया है कि ईरान के शाह हमारे देश और यहां के लोगों से बहुत प्रभावित हैं। लेकिन वह कहते हैं कि भारतीय हाथी काले और गंदे होते हैं, जबकि उनकी सेना में सफेद और स्वच्छ हाथी होते हैं।”
(घ) धोबी क्यों घबरा गया था?
उत्तर: धोबी इसलिए घबरा गया था क्योंकि हाथियों को सारा दिन रगड़-रगड़ कर साफ़ करने पर भी हाथी सफेद नहीं हो रहे थे। उसे बादशाह के क्रोध से डर लग रहा था क्योंकि साफ करने के बावजूद भी हाथी काले के काले ही थे।
(ङ) हाथियों को साफ न कर पाने के कारण बादशाह अकबर द्वारा धोबी को डांँटे जाने पर वह क्या बोला?
उत्तर: हाथियों को साफ न कर पाने के कारण जब बादशाह अकबर ने धोबी को डांटा, तो धोबी ने बादशाह से कहा, “महाराज, यदि मेरे पास एक बड़ा टब हो, जिसमें हाथी को रगड़ते समय रखा जा सके, तो मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे हाथी ईरान के बादशाह के हाथियों से अधिक सफेद हो जाएंगे।”
(च) ‘जैसे को तैसा’ कहानी से तुम्हें क्या सीख मिलती है?
उत्तर: “जैसे को तैसा” कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कभी भी दूसरों का बुरा नहीं सोचना चाहिए। यदि हम दूसरों के प्रति बुरा सोचेंगे, तो हमें उसके विपरीत फल का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, किसी भी कार्य को करने से पहले हमें सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए। यह कहानी हमें सिखाती है कि हमारे विचार और कर्म का परिणाम हमारे जीवन पर कैसे प्रभाव डालता है।
(छ) धोबी को सबक सिखाने के लिए कुम्हार ने कौन सी योजना बनाई?
उत्तर: धोबी को सबक सिखाने के लिए कुम्हार ने योजना बनाई की वह बादशाह अकबर से ईरान के सफेद व स्वच्छ हाथी के बारे में बताएगा और बादशाह द्वारा यहांँ के काले हाथीयों को साफ करवाने के लिए धोबी को काम पर लगवाएगा।
(ज) क्या कुम्हार अपनी योजना में कामयाब हुआ?
उत्तर: कुम्हार अपनी योजना में कामयाब नहीं हुआ। उल्टा वही अपनी षड्यंत्र का शिकार बना और उसे हाथी के नहाने के लिए एक बड़ा टब बनवाना पड़ा। जो बाद में जाकर हाथी के वजन से टूट भी गया।
(झ) धोबी सहायता के लिए किसके महल की और चल पड़ा था?
उत्तर: धोबी सहायता के लिए बीरबल के महल की ओर चल पड़ा था।
- सही शब्द चुनकर वाक्य को पूरा करो:
(क) गधा………… के कारण जोर-जोर से रेंकने लगा।
उत्तर: दर्द
(ख)…………..से मिलने के पश्चात वह निश्चित होकर अपने घर वापस आ गया।
उत्तर: बीरबल
(ग) कुम्हार को हाथी के नहाने के लिए…………. बनाने का आदेश दिया गया।
उत्तर: टब
(घ)” मैं तुम्हें तुम्हारी इस………….के लिए इनाम दूंँगा।”
उत्तर: बुद्धिमत्ता
अतिरिक्त प्रश्न के उत्तर।
(क) कुम्हार ने अपने बर्तनों को क्यों बाहर रख दिया था?
उत्तर: कुमार ने अपने बर्तनों को धूप में सुखाने के लिए बाहर रख दिया था।
(ख) किसके आदेश से कुम्हार ने बर्तनों को बनवाया था?
उत्तर: सेठ के आदेश से कुम्हार ने बर्तनों को बनवाया था।
(ग) कुम्हार किसे सजा दिलाना चाहता था?
उत्तर: कुम्हार धोबी को सजा दिलाना चाहता था।
(घ) किस देश के हाथी सफेद थे?
उत्तर: ईरान देश के हाथी सफेद थे।
(ङ) बादशाह अकबर ने किसे इनाम देना चाहते थे?
उत्तर: बादशाह अकबर धोबी को इनाम देना चाहते थे।