हम गुरुद्वारे में अपना सिर क्यों ढकते हैं?

गुरुद्वारे में आने वाले सभी आगंतुक गुरु ग्रंथ साहिब (पवित्र ग्रंथ) के सम्मान में सिर ढंकते हैं। कई सिख पुरुष दैनिक जीवन में पगड़ी पहनते हैं; गुरुद्वारे के अंदर अन्य लोग अपने सिर पर एक चौकोर केरचीफ बांधते हैं।