Chapter 4 जलाशय के किनारे कुहरी थी उत्तर: कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जी ने इस कविता में एक जलाशय को केंद्र बनाकर उसके चारों ओर हो रहे प्राकृतिक गतिविधियों का सुंदर वर्णन किया है। कवि कहते हैं कि उस जलाशय के किनारे कुहरी एवं कोहरा छाया हुआ था। चारों और हरे नीले पत्तों से जलाशय…