1. ‘जलाशय के किनारे कुहरी थी’ कविता का भावार्थ अपने शब्दों में लिखो। उत्तर: कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जी ने इस कविता में एक जलाशय को केंद्र बनाकर उसके चारों ओर हो रही प्राकृतिक गतिविधियों का सुंदर वर्णन किया है। कवि बताते हैं कि उस जलाशय के किनारे कुहेरा और कोहरा छाया हुआ था। चारों ओर…