सबसे छोटी होऊँ | Lesson 15 | Chapter 15 | Class 6 Hindi Assam Jatiya Bidyalay | Assam Jatiya Bidyalay Class 6 Hindi Solution | Assam Jatiya Bidyalay | Class 6 Question and Answer Assam Jatiya Bidyalay | Class 6 Hindi Assam Jatiya Bidyalay Answer Assam State |

सबसे छोटी होऊँ

Lesson 15

1. उत्तर लिखो:

(i) ‘मैं सबसे छोटी होऊँ’ कविता के कवि का नाम क्या है?

उत्तर: सुमित्रानंदन पंत।

(ii) लड़की हमेशा क्या बनकर रहना चाहती है?

उत्तर: लड़की हमेशा छोटी बच्ची बनकर रहना चाहती है।

(iii) वह क्या नहीं बनना चाहती?

उत्तर: वह बड़ी नहीं बनना चाहती।

(iv) लड़की कहांँ छिपी रहना चाहती है?

उत्तर: लड़की अपनी माँ की आंँचल में छिपी रहना चाहती है।

2 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो:

(i) लड़की क्यों छोटी बनकर रहना चाहती है?

उत्तर: लड़की छोटी बनकर इसलिए रहना चाहती है क्योंकि उसे पता है कि बचपन में ही वह निस्पृह और निर्भय के साथ मांँ के साथ रह सकती है। मांँ की गोदी में आनंद पूर्वक खेल सकती है। आंँचल पकड़ माँ जहांँ-जहांँ जाए वह भी पीछे-पीछे जा सकती है। रात को मांँ द्वारा सुनाए गए परियों की कहानियांँ सुन चैन से सो सकती है। अगर वह बड़ी बनने लगी तो मांँ का वह स्नेह भरा प्यार धीरे-धीरे खोने लगेगी, इसलिए लड़की मांँ की गोद में ही हमेशा छोटी बनकर जीना चाहती है।

(ii) लड़की को बड़ी न बनने की चाहत का कारण क्या है?

उत्तर: लड़की को बड़ी न बनने की चाहत का कारण यह है कि वह जानती है कि बड़ी होने पर मांँ उसको वह स्नेह भरा प्यार नहीं देगी जो प्यार अब उसे छोटी होने पर दे रही है। वह जानती है कि जैसे ही वह बड़ी होगी मांँ पहले की तरह हाथ पकड़कर सदा उसके साथ नहीं घूमेगी। न पहले की तरह अपने हाथों से खाना खिलाएगी, न मुंँह पूछेगी, न तो पहले की तरह परियों की कहानियांँ सुनाएगी। यही कारण है कि वह बड़ी नहीं होना चाहती।

(iii) प्रस्तुत कविता का मूल उद्देश्य क्या है?

उत्तर: बचपन के समय मांँ और बच्चे के बीच के मधुर संबंधों को दर्शाना ही प्रस्तुत कविता का मूल उद्देश्य है।

3.कविता की किन पंक्तियों से लड़की शिकायत कर बैठती है कि बड़ी होने पर मांँ हमारा हाथ पकड़कर नहीं चलती है?

उत्तर: बड़ा बनकर पहले हमको

        तू पीछे छलती है मात!

        हाथ पकड़ फिर सदा हमारे

        साथ नहीं फिरती दिन-रात!

             इस पंक्तियों से लड़की शिकायत कर बैठती है कि बड़ी होने पर मांँ हमारा हाथ पकड़ कर नहीं चलती है।

4. वाक्य बनाओ:

उत्तर:

(i) निर्भय: हम जो भी काम करेंगे निर्भय के साथ करेंगे।

(ii) आंँचल: बिंदिया हमेशा अपनी मांँ की आंँचल पकड़ी रहती है।

(iii) दिन-रात: श्याम ने दिन-रात मेहनत करके सफलता हासिल की है।

(iv) धूलपोछ: पीटी मास्टर ने सभी को धूल पोछने का आदेश दिया।

(v) स्नेह: बच्चों की आंँखों में स्नेह भरा प्यार झलकता है।

5. उदाहरण को देखकर निम्नलिखित खाली जगहों की पूर्ति करो:

(i) दिन-रात

(ii) खाना-पीना

(iii) आना-जाना

(iv) हंसना-रोना

(v) तन-मन

(vi) जीना-मरना

(vii) उठना-बैठना

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