काली मिर्च, अंग्रेजी नाम: काली मिर्च, वैज्ञानिक नाम: पाइपर निग्राम

प्रकृति: पान के पत्ते की तरह एक लता का पेड़ और इसे तोड़ने की जरूरत है। यह आमतौर पर पेड़ों पर चढ़ता है। प्रत्येक जोड़ की जड़ें होती हैं। फल छोटा और गोल होता है। यह कच्चे में हरा और पकने पर काला होता है। असम के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है।

गुण: काली मिर्च में कई एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। काली मिर्च में विटामिन ‘सी’ और भरपूर मात्रा में कैरोटीन होता है। दो प्रकार के हार्मोन होते हैं जिनकी महिलाओं को प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर के बाद आवश्यकता होती है। वे दो हार्मोन एस्ट्रोजन और ऑक्सीटोसिन हैं और ये दोनों हार्मोन काली मिर्च में पाए जाते हैं। काली मिर्च खाने से आपको मधुमेह होने का खतरा नहीं होता है। यह अनिद्रा में भी फायदेमंद है। जालुक हमें कैंसर और दिल की बीमारियों से बचा सकता है।

व्यंजन: काली मिर्च से बनी लाइजाबाड़ी, काली मिर्च से मिट्टी बनाई जा सकती है, मिट्टी कंदुरी, मार्ल्या शक (फुटुकी वन), बंजालुक, डोरों का जंगल, जिलमिल (भटुआ) सब्जियां, पालक, मंधनिया, मुलाशाका के पत्ते, लस्कची के पत्ते, हाथी खुटरा की कोमल पुली या पत्ते, जाति खुटरा, बोर मणिमुनि, छोटी मणिमुनि, छोटी मणिमुनि। इस तरह की मिश्रित पत्तेदार सब्जी अंजा हमारे शरीर को बहुत सारे विटामिन, खनिज और जैव रासायनिक प्रदान करती है और शरीर को स्वस्थ रखती है। काली मिर्च को जिलमिल सब्जियों में खाया जाता है। इसके अलावा बैंक के मांस में, कालदिल की भाजी में, केले के पश्ते के फ्राई में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। एक छोटे से बैड बॉय मछली को तलकर उसमें काली मिर्च मिलाकर खाया जा सकता है।